डॉ. सुधीर कुमार को मिला “महर्षि विश्वामित्र सम्मान”
फरीदाबाद 2 मार्च। निदेशालय माध्यमिक शिक्षा हरियाणा में आरोही विद्यालयों के इंचार्ज डॉ. सुधीर कुमार को संस्कृत भाषा में उत्कृष्ट लेखन के लिए हरियाणा संस्कृत अकादमी द्वारा “महर्षि विश्वामित्र सम्मान” मिला है। इस सम्मान को प्राप्त करने वाले को पुरस्कार के रुप में डेढ़ लाख रुपए की राशि प्रदान की जाती है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पंचकूला में आयोजित एक समारोह में यह सम्मान डॉ सुधीर कुमार को प्रदान किया।
डॉ. सुधीर कुमार ने बताया कि वे वर्ष 2011 से वर्ष 2015 तक हरियाणा संस्कृत अकादमी के निदेशक भी रह चुके हैं।
उन्होंने बताया कि उस समय संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार हेतु अनेकों नए कार्यक्रम बनाए गए थे। डॉ. सुधीर कुमार ने पंजाब विश्वविद्यालय से पीएचडी व कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल से डी.लिट की उपाधि प्राप्त की। करीब डेढ़ दर्जन से अधिक पुस्तकों व पत्रिकाओं का लेखन व संपादन डॉ. सुधीर कुमार ने किया है। उनके द्वारा रचित वैदिक साहित्य “एक अनुशीलन” संस्कृत वाडमय में गंगा का स्वरूप तथा एक खंडकाव्य भी प्रकाशाधीन हैं। उनके द्वारा वास्तु शास्त्र पर लगभग एक दर्जन शोध पत्र भी शोध पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं।
डॉक्टर सुधीर कुमार राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर के 50 से अधिक सम्मेलनों, सेमिनारों व कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि, मुख्यवक्ता या प्रतिभागी के रूप में भी शिरकत कर चुके हैं। हरियाणा संस्कृत अकादमी द्वारा उनके कार्यकाल में 50 से भी अधिक राष्ट्रीय स्तर के सेमिनारों का संस्कृत के उत्थान के लिए विभिन्न शिक्षण संस्थानों में सर्वाधिक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा चुका है। संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार में उनके अतुलनीय योगदान के लिए उन्होंने विभिन्न राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं द्वारा 50 से अधिक सम्मान व प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किए जा चुके हैं।